
योगी सरकार बना रही यूपी को ग्रीनरी का रोल मॉडल, सौर ऊर्जा और पौधरोपण में बन रहे रिकॉर्ड
Lucknow News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब न केवल विकास के नए मानक स्थापित कर रही है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने में भी पूरे देश के लिए मिसाल बन गई है. ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में यूपी को रोल मॉडल मानते हुए केंद्र सरकार भी योगी सरकार की योजनाओं की सराहना कर चुकी है. खास तौर पर सोलर एनर्जी के इस्तेमाल में यूपी ने बीते आठ वर्षों में बड़ा छलांग लगाई है. 2017 में जहां राज्य में सोलर एनर्जी से केवल 288 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था, वहीं आज यह आंकड़ा 10 गुना से ज्यादा हो गया है.
योगी सरकार ने 2022 में सौर ऊर्जा नीति लागू की और 2027 तक 22,000 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य तय किया है. इसके तहत झांसी, ललितपुर, कानपुर नगर, चित्रकूट और जालौन जैसे जिलों में सोलर पार्क बनाए जा रहे हैं. सरकार अब बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को भी सोलर एक्सप्रेस वे में बदलने की तैयारी में है. यानी एक्सप्रेस वे के किनारे सोलर ग्रिड लगाए जाएंगे, जिससे सड़क रोशनी और आसपास की ऊर्जा जरूरतें पूरी की जा सकेंगी. यह अपने आप में देश का पहला प्रयोग होगा. इसके अलावा, रेलवे ट्रैक के किनारे भी सोलर ग्रिड लगाने की योजना है.
अयोध्या को ‘सौर सिटी’ के रूप में किया जा रहा विकसित
अयोध्या, जो भगवान श्रीराम की जन्मभूमि है, उसे ‘सोलर सिटी’ के रूप में विकसित किया जा रहा है. इसी तरह, यूपी के बाकी 16 नगर निगमों और नोएडा को भी चरणबद्ध तरीके से सोलर सिटी बनाने का काम जारी है. सरकार पीएम सूर्य योजना के तहत लोगों को रूफटॉप सोलर पैनल लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. वित्तीय वर्ष 2025-26 तक सरकार ने 2.65 लाख सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए अब 5000 वर्गमीटर से बड़े भवनों पर सोलर पैनल अनिवार्य कर दिया गया है. अगर कोई नक्शा स्वीकृत भवन में पैनल नहीं लगाएगा तो उसका नक्शा रद्द कर दिया जाएगा.
ग्रीनरी बढ़ाने के लिए 214 करोड़ पौधे लगाए
सिर्फ सोलर एनर्जी ही नहीं, हरियाली बढ़ाने पर भी सरकार का पूरा ध्यान है. पिछले आठ वर्षों में योगी सरकार ने रिकॉर्ड 214 करोड़ पौधे लगवाए हैं, जिससे प्रदेश का हरित क्षेत्र तेजी से बढ़ा है. भारतीय वन स्थिति रिपोर्ट-2023 के अनुसार यूपी का वन क्षेत्र 559.19 वर्ग किमी बढ़ा है, जिससे यह देश का दूसरा सबसे ज्यादा हरियाली बढ़ाने वाला राज्य बन गया है.
इस वर्ष मानसून में 35 करोड़ पौधों के पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया है. खास बात यह है कि सरकार सिर्फ पौध नहीं लगवा रही, बल्कि उनमें पोषक और औषधीय गुण वाले पौधों को भी प्राथमिकता दे रही है. कुल मिलाकर योगी सरकार ग्रीन एनर्जी और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में जो कार्य कर रही है, वह पूरे देश के लिए प्रेरणा बन रहा है. राज्य में विकास और पर्यावरण संतुलन साथ-साथ चल रहा है.
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